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पद्मविभूषण गिरिजा देवी जी की स्मृति में 'पुष्पांजलि' - 2024-25
दिनांक - 19 सितम्बर 2025
स्थान- एन0ई0ए0 ऑडिटोरियम, नोएडा
उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी लखनऊ एवं संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा नोएडा ऑथोरिटी नोएडा के सहयोग से दिनांक 19 सितम्बर 2025 को पद्मविभूषण विदुषी श्रीमती गिरिजा देवी जी की स्मृति में एन0ई0ए0 ऑडिटोरियम सेक्टर-6 में ‘पुष्पांजलि’’ संगीत समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रज्ञा पाठक प्रदेश कार्य समिति सदस्य महिला मोर्चा, जिला संयोजक हापुड़ एवं मंडल प्रभारी नोएडा महानगर, जे0पी0रावत संयोजक संस्कार भारती उ0प्र0संगीत नाटक अकादमी की सदस्य अनुराधा शर्मा और अकादमी के प्रतिनिधि सौरभ सक्सेना ने दीप प्रज्वलन कर किया गया। इसके उपरांत कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रज्ञा पाठक एवं विशिष्ट अतिथि जे0पी0 रावत को शॉल एवं एकल पुष्प से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के लिए मा0 मुख्यमंत्री जी योगी आदित्यनाथ, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी श्री जयवीर सिंह, प्रमुख सचिव अमृत अभिजात, अकादमी के मा0 अध्यक्ष प्रो0 जयंत खोत, मा0 उपाध्यक्ष विभा सिंह एवं अकादमी के निदेशक डॉ0 शोभित कुमार नाहर को इस प्रकार के कार्यक्रमों के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारम्भ सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायिका विदुषी मीता पंडित जी के गाये राग खमाज में ठुमरी ‘‘छब दिखला जा बांके सवारियां,’’ राग पीलू में ‘‘ठुमरी शाम भई बिन श्याम,’’ दादरा में बरसों लागी कोयलिया रूम झूम के’’ तथा अंतिम प्रस्तुति में कजरी की प्रस्तुति ‘‘दीवाना किया श्याम क्या जादू डाला’’ जैसे अनेक रागों के माध्यम से सुरीली प्रस्तुतियां दी गईं। आपके साथ तबला संगति शैलेन्द्र मिश्रा ने की तथा हारमोनियम संगत रही धर्मनाथ मिश्र की।
इसी क्रम में द्वितीय प्रस्तुति लखनऊ घराने की सुप्रसिद्ध कथक नृत्य कलाकार नयनिका घोष ने दी सर्वप्रथम उन्होंने ताल धमार में नृत्य, तीन ताल में शुद्ध नृत्य और ठुमरी की प्रस्तुति दी। उनके साथ तबले पर संगति रही मोहित गंगानी की, पखावज पर संगत रही आशीष गंगानी की, गायन एवं हारमोनियम पर संगत रही शोएब हसन की और सारंगी पर संगत रही आमिर खान की।
आयोजित कार्यक्रम को उपस्थित जनसमूह द्वारा बहुत सराहा गया। कार्यक्रम में विशेष सहयोग रहा संगीत नाटक अकादमी की सदस्या अनुराधा शर्मा का जिनके प्रयासों से नोएडा में इस कार्यक्रम का आयोजन हो सका। इसके अतिरिक्त कार्यक्रम की समस्त व्यवस्थाओं में विशेष सहयोग रहा संगीत नाटक अकादमी के श्री सौरभ सक्सेना एवं श्री अखिलेश का। कार्यक्रम का कुशल संचालन किया खुशबू शर्मा ने।
दिनांक - 20 सितम्बर 2025
स्थान- रामपुर रज़ा लाइब्रेरी, रामपुर
उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी, लखनऊ एवं संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा रामपुर रज़ा लाइब्रेरी, रामपुर के सहयोग से दिनांक 20 सितम्बर 2025 को पद्मविभूषण विदुषी श्रीमती गिरिजा देवी जी की स्मृति में रामपुर रज़ा लाइब्रेरी परिसर, रामपुर में पुष्पांजलि संगीत समारोह का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों- रामपुर रज़ा लाइब्रेरी के निदेशक डॉ0 पुष्कर मिश्र, पद्मश्री मालिनी अवस्थी, ज्योईता बासु खान एवं निदेशक उ0प्र0संगीत नाटक अकादमी डॉ0 शोभित कुमार नाहर द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ। इसके उपरांत डॉ0 पुष्कर मिश्र और ज्योईता बासु खान को शॉल एवं एकल पुष्प से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के लिए मा0 मुख्यमंत्री जी योगी आदित्यनाथ, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी श्री जयवीर सिंह, प्रमुख सचिव अमृत अभिजात, अकादमी के मा0 अध्यक्ष प्रो0 जयंत खोत, मा0 उपाध्यक्ष विभा सिंह एवं अकादमी के निदेशक डॉ0 शोभित कुमार नाहर को इस प्रकार के कार्यक्रमों के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया गया। कार्यक्रम में रामपुर घराने के वरिष्ठ एवं सुप्रसिद्ध गायक उस्ताद सखावत हुसैन, रामपुर शहर के अनेक गणमान्य नागरिक एवं जन समूह उपस्थित रहा।
प्रथम कार्यक्रम में पद्मश्री स्व0 राशिद खान के सुपुत्र अरमान खान ने विलंबित एवं द्रुत गायन के साथ-साथ अन्य कई सुरीली प्रस्तुतियां दी। आपके साथ तबला संगति रही सुरजीत सिंह की तथा हारमोनियम संगत की ललित सिसोदिया ने।
इसी क्रम में द्वितीय प्रस्तुति लखनऊ घराने की सुप्रसिद्ध गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी की। उन्होंने बंदिश से शुरुआत की तुम बिन मोरी खबरिया......, मैं कर आई सोलह श्रृंगार, इसके बाद इन्होंने अनेक रागों के माध्यम से प्रस्तुतियां दी। उनके साथ तबले पर संगति रही अतहर हुसैन की, सारंगी पर संगत विनायक सहाय तथा हारमोनियम पर धर्मनाथ मिश्रा ने संगत की।
पूरे कार्यक्रम को उपस्थित जनसमूह द्वारा अत्यन्त सराहा गया। अंत में निदेशक उ0प्र0संगीत नाटक अकादमी डॉ0 शोभित कुमार नाहर ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। इसके अतिरिक्त कार्यक्रम की समस्त व्यवस्थाओं में विशेष सहयोग रहा संगीत नाटक अकादमी के श्री सौरभ सक्सेना एवं श्री अखिलेश यादव का।
दिनांक - 24 सितम्बर 2025
स्थान- संत गाडगेजी महाराज प्रेक्षागृह, लखनऊ
उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी, लखनऊ एवं संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा दिनांक 24 सितम्बर 2025 को पद्मविभूषण विदुषी श्रीमती गिरिजा देवी जी की स्मृति में अकादमी परिसर स्थित संत गाडगेजी महाराज प्रेक्षागृह में पुष्पांजलि संगीत समारोह का आयोजन हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ कार्यक्रम के अतिथियों मा0अध्यक्ष उ0प्र0संगीत नाटक अकादमी प्रो0 जयन्त खोत, पूर्व कुलपति राजा मानसिंह तोमर संगीत महाविद्यालय प्रो0 साहित्य कुमार नाहर, पूर्व अध्यक्ष, उ0प्र0संगीत नाटक अकादमी डॉ0पूर्णिमा पांडे एवं निदेशक उ0प्र0संगीत नाटक अकादमी डॉ0 शोभित कुमार नाहर द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ।
कार्यक्रम का आगा़ज़ मुम्बई से पधारे श्री रूपक कुलकर्णी ने 50 इंच लम्बी विशिष्ट बांसुरी वादन से राग यमन, की प्रस्तुति दी तत्पश्चात् उन्होंने राग यमन में अलाप जोड़ और दो रचनाएं रूपक और तीन ताल की प्रस्तुति दी। आपके साथ तबला संगति मिथिलेश झा की रही तथा बांसरी पर संगत मंजीत सिंह ने की।
इसी क्रम में द्वितीय प्रस्तुति रही मुम्बई से पधारे सुप्रसिद्ध गायक अजय पोहनकर की। उन्होंने बंदिश से शुरुआत की ‘‘तुम बिन मोरी खबरिया.’’....., ‘‘मैं कर आई सोलह श्रृंगार,’’ के बाद विभिन्न रागों की बंदिशों के माध्यम सें प्रस्तुतियां दी। आपके साथ तबले पर संगति रही रामकुमार की, हारमोनियम पर दिनकर द्विवेदी ने संगत की।
उक्त पूरे कार्यक्रम को उपस्थित जनसमूह द्वारा बहुत सराहा गया। अन्त में निदेशक उ0प्र0संगीत नाटक अकादमी डॉ0 शोभित कुमार नाहर ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।
दिनांक - 26 सितम्बर 2025
स्थान- राम की पैड़ी, अयोध्या
उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी लखनऊ एवं संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा दिनांक 26 सितम्बर 2025 को राम की पैड़ी, अयोध्या में पद्मविभूषण विदुषी श्रीमती गिरिजा देवी जी की स्मृति में ‘पुष्पांजलि’ संगीत समारोह का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मा0 महापौर, नगर निगम, अयोध्या, महन्तं श्री गिरीश पति त्रिपाठी जी, महन्त अवध किशोर दास जी, महाराज- हनुमत सदन, महन्तय श्री राम नरेश दास जी महाराज लाल साहब दरबार, महन्त श्री शशिकान्त दास जी महाराज, राम कचहरी मंदिर एवं अकादमी के निदेशक डॉ0 शोभित कुमार नाहर द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ।
कार्यक्रम का प्रथम आयोजन नई दिल्ली से पधारे पं0 रीतेश मिश्रा एवं पं0 रजनीश मिश्रा के गायन का उन्होंने ‘‘जगत में देखी झूठी प्रीत,’’ और ‘‘जननी मैं न जिउँ बिन राम, धन्यवाद जीवन का अवसर पाया’’ आदि सुन्दर प्रस्तुतियां दीं। तबला संगति रही प्रदीप सरकार की तथा हारमोनियम पर संगत रही सुमित मिश्रा की।
इसी क्रम में द्वितीय प्रस्तुति वाराणसी के श्री विशाल कृष्णा एवं नई दिल्ली से पधारी सुश्री रागिनी महाराज की। उन्होंने शुद्ध कथक नृत्य के माध्यम से शुरुआत की इसके बाद शिव वंदना की प्रस्तुति दी इसी क्रम में उनके द्वारा गत, निकास एवं दादरा की अनेक मनमोहक प्रस्तुतियां दीं गयीं। उनके साथ तबले पर संगति रही आनन्द मिश्रा की, सितार पर नीरज मिश्रा ने संगत की, गायन एवं हारमोनियम पर संगत रही गुलाम वारिस जी की।
पूरे कार्यक्रम को उपस्थित जनसमूह द्वारा बहुत सराहा गया।
अन्त में निदेशक उ0प्र0संगीत नाटक अकादमी डॉ0 शोभित कुमार नाहर ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद किया।
दिनांक - 27 सितंबर 2025
स्थान- असि घाट, वाराणसी
उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी, लखनऊ एवं जिला प्रशासन वाराणसी एवं सुबह ए बनारस के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 27 सितंबर 2025 को असि घाट, वाराणसी पर पद्मविभूषण विदुषी गिरिजा देवी की स्मृति में सांगीतिक कार्यक्रम ‘‘पुष्पांजलि’’ का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ विधायक कैंट वाराणसी श्री सौरभ श्रीवास्तव एवं पद्मश्री डॉ0 राजेश्वर आचार्य, पद्मश्री डॉ0 ऋतिक सान्याल तथा डॉ0 रत्नेश वर्मा श्रीमती गीता शास्त्री एवं डॉ0 शोभित नाहर निदेशक, उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर हुआ। अकादमी निदेशक डॉ0 शोभित कुमार नाहर ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रथम प्रस्तुति में विदुषी गिरिजा देवी जी की शिष्या सुश्री बरनाली चट्टोपाध्याय गाँगुली द्वारा लोकप्रिय ठुमरी ‘‘सईया बुलावे आधी रात तथा प्रसिद्ध दादरा ‘’सैया रूठ गए, मैं मनाती रही।’’ प्रसिद्ध दादरा सुनाकर सभी को आनंदित किया। आपके तबला संगति रही श्री पंकज राय की एवं संवादिनी पर साथ दिया पं0 धर्मनाथ मिश्र जी ने।
द्वितीय एवं अंतिम प्रस्तुति मुंबई से पधारे सेनी घरने के विख्यात वरिष्ठ कलाकार पं0 नयन घोष द्वारा सितार वादन की रसपूर्ण प्रस्तुति की। सर्वप्रथम आपने राग झिंझोटी में आलाप जोड़ क़े साथ विलंबित तीनताल में निबद्ध रचना से की, उसके उपरांत द्रुत तीनताल में निबद्ध रचना से रससिक्त किया। वादन का समापन हुआ मनोहरी भटियाली धुन से। आपके साथ तबला संगति रही श्री पवन सिदम, मुम्बई की।
कार्यक्रम का संचालन डॉ0 प्रीतेश आचार्य द्वारा किया गया।
इस अवसर पर अकादमी क़े सदस्य डॉ0 ज्ञानेश पाण्डेय तथा पं0 ललित कुमार तथा तबला वादक पं0 किशन रामडोहकर तथा कथक कलाकार पं माताप्रसाद मिश्र एवं अन्य कला प्रेमी उपस्थित रहे।