राज्य नाट्य समारोह - 2024-25

उ0प्र0 संगीत नाटक अकादमी, लखनऊ (संस्कृति विभाग, उ0प्र0) द्वारा दिनांक 25 एवं 26 सितम्बर, 2025 को आयोजित राज्य नाट्य समारोह की प्रथम संध्या को नाटक रश्मिरथी का मंचन एवं अकादमी की त्रैमासिक सांस्कृतिक पत्रिका ‘छायानट’ के 168वें अंक जो सुप्रसिद्ध नाट्यविद् पद्मश्री राज बिसारिया जी पर केन्द्रित है का विमोचन किया गया। इस अवसर पर माननीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री जयवीर सिंह जी मुख्य अतिथि के रूप में सभागार मे उपस्थित रहे।

इस आयोजन में सर्वप्रथम अकादमी के माननीय अध्यक्ष प्रो0 जयन्त खोत मा0 उपाध्यक्ष महोदय विभा सिंह तथा निदेशक डॉ0 शोभित कुमार नाहर द्वारा मा0 संस्कृति मंत्री जी जी का स्वागत किया। तत्पश्चात् मा0 संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री जयवीर सिंह, मा0 मंत्री जी के सलाहकार जे0पी0 सिंह एवं गणमान्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया।

दीप प्रज्जवलन के उपरान्त अकादमी के अध्यक्ष प्रो0 जयन्त खोत द्वारा मुख्य अतिथि एवं सलाहकार जे0पी0 सिंह को शॉल एवं पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया तथा माननीय उपाध्यक्ष श्रीमती विभा सिंह तथा निदेशक डॉ0 शोभित कुमार नाहर द्वारा नाटक रश्मिरथी के निदेशक श्री मानवेन्द्र त्रिपाठी को पुष्पगुच्छ एवं शॉल देकर सम्मानित किया।

अकादमी की मा0 उपाध्यक्ष श्रीमती विभा सिंह द्वारा मा. मुख्य अतिथि तथा सभी सम्मानित अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि छायानट पत्रिका सिर्फ एक पत्रिका ही नहीं अपितु एक संस्कार है जो लेखकों द्वारा आनेे वाली पीढ़ी में रोपित किए जा रहे हैं। राज्य नाट्य समारोह के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि इसमें एक प्रस्तुति प्रादेशिक नाट्य समारोह की सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुति तथा एक हिन्दी नाटक की प्रस्तुति मध्य प्रदेश से एम0ओ0यू0 के तहत आमन्त्रित की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि इस वर्ष राज्य नाट्य समारोह दो दिवसीय आयोजित किया गया है लेकिन प्रयास है कि आगामी वर्षों में इसे तीन से चार दिवसीय आयोजित किया जाए। इस अवसर पर अकादमी की त्रैमासिक सांस्कृतिक पत्रिका ‘छायानट’ के 168वें अंक जो सुप्रसिद्ध नाट्य विद् पद्मश्री राज बिसारिया जी पर केन्द्रित है का विमोचन माननीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री जयवीर सिंह जी, द्वारा किया गया।

इसके पश्चात् मा0 मंत्री जी ने अपने उद्बोधन में अकादमी को राज्य नाट्य समारोह की सफलता एवं छायानट पत्रिका के प्रकाशन के लिए शुभकामनाएं दी। तत्पश्चात सांस्कृतिक संगम देवरिया द्वारा मानवेन्द्र त्रिपाठी के निर्देशन में तैयार प्रस्तुति रश्मिरथी का मंचन किया गया।

इस अवसर पर वरिष्ठ नाट्य कर्मी डॉ0 अनिल रस्तोगी, ललित सिंह पोखरिया, चित्रा मोहन, अरुण त्रिवेदी एवं अन्य नाट्य प्रेमी उपस्थित रहे।

‘रश्मिरथी’ नाटक हिन्दी के महान कवि रामधारी सिंह दिनकर के प्रसिद्ध खंडकाव्य पर आधारित है, जिसमें कर्ण के चरित्र को महाभारत की सीमाओं से ऊपर उठाकर नाटक मात्र ऐतिहासिक - मिथकीय नाटक ही नहीं बल्कि आधुनिक समाज में आत्म पहचान, संघर्ष और सच्चे मानवीय मूल्य के रूप में प्रस्तुत होता है। कार्यक्रम का संचालन सुश्री अलका निवेदन द्वारा किया गया।

द्वितीय दिवस दिनांक 26 सितम्बर, 2025
उ0प्र0 संगीत नाटक अकादमी, लखनऊ (संस्कृति विभाग, उ0प्र0) द्वारा दिनांक 25 एवं 26 सितम्बर, 2025 को आयोजित राज्य नाट्य समारोह की द्वितीय संध्या को नाटक ‘दूसरा न कोई’ का मंचन किया गया। इस अवसर पर माननीया उपाध्यक्ष महिला आयोग श्रीमती अपर्णा यादव, अकादमी अध्यक्ष प्रो0 जयन्त खोत, अकादमी उपाध्यक्ष श्रीमती विभा सिंह तथा अन्य सम्मानित अतिथि सभागार में उपस्थित रहे।

इस आयोजन में सर्वप्रथम अकादमी के माननीय अध्यक्ष प्रो0 जयन्त खोत तथा उपाध्यक्ष श्रीमती विभा सिंह द्वारा श्रीमती अपर्णा यादव जी का स्वागत किया इसके पश्चात् मुख्य अतिथि एवं गणमान्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया।

दीप प्रज्जवलन के उपरान्त अकादमी उपाध्यक्ष सुश्री विभा सिंह द्वारा मुख्य अतिथि को शॉल एवं नाटक ‘दूसरा न कोई’ की लेखिका डॉ0 अंजना पुरी का पुष्पगुच्छ एवं शॉल देकर सम्मानित किया। अकादमी की मा0 उपाध्यक्ष श्रीमती विभा सिंह द्वारा मा. मुख्य अतिथि तथा सभी सम्मानित अतिथियों का स्वागत एवं धन्यवाद ज्ञापन किया।

तत्पश्चात रंग विदूषक, भोपाल द्वारा कन्हैयालाल कैथवास के निर्देशन में तैयार प्रस्तुति ‘‘दूसरा न कोई’’ का मंचन किया गया। यह नाटक अनन्य कृष्णा भक्त कवयित्री एवं संत मीराबाई के जीवन पर आधारित था नाटक में मीराबाई का किरदार चार स्त्री पात्रों यथा- मुस्कान शर्मा, पूजा मिश्रा, हीर और वर्षा पाण्डेंय ने निभाया।