नवांकुर कार्यक्रम 2024-25

उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी,लखनऊ द्वारा तरंग स्कूल ऑफ म्यूज़िक ,बदायूं के सहयोग से नवांकुर संगीत समारोह का आयोजन दिनांक 20.09.2024 को श्री राम सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, बदायूं में किया गया। नवांकुर संगीत समारोह के माध्यम से अकादमी द्वारा प्रादेशिक संगीत प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त बच्चों को मंच प्रदान किया जाता है।

इस अवसर पर विजेता बच्चों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। बदायूं स्कूल से बड़ी संख्या में पधारे विद्यार्थियों की उत्साहवर्धन के मध्य श्री अनुराग मौर्य लखनऊ द्वारा गायन, हरि दर्शन तिवारी, गाजियाबाद ने गिटार, अनुभव रामदास एवं माधव झा (अयोध्या) युगल पखवाज वादन, सम्यक पाराशरी बरेली, बांसुरी एवं आरोही बलूनी, मेरठ ने कथक नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

उ०प्र० प्रदेश संगीत नाटक अकादमी लखनऊ, (संस्कृति विभाग, उ0प्र0) एवं श्री विश्वनाथ सामाजिक सेवा संस्थान फर्रुखाबाद के सहयोग से दिनांक 30 सितम्बर, 2024 को महीयसी महादेवी वर्मा बालिका इण्टर कालेज, फर्रुखाबाद में नवांकुर संगीत समारोह का आयोजन किया गया। नवांकुर एक ऐसा मंच है जहां नए और उभरते कलाकारों को अपनी कला और प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करते हुए विभिन्न कला रूपों जैसे नृत्य, संगीत, नाटक आदि को प्रोत्साहित करता है एवं युवाओं को अपनी प्रतिभा को पहचानने और समाज में अपनी पहचान बनाने अवसर प्रदान करता है।

कार्यक्रम में उपस्थित हुए आई.ए.एस. महेन्द्र सिंह ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन नई प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करते हैं और भारतीय संगीत से आत्मिक शांति की अनुभूति होती है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महेन्द्र सिंह आई.ए.एस.(ज्वाइंट मेजिस्ट्रेट), खण्ड विकास अधिकारी बढ़पुर, दीपिका राजपूत प्रधानाचार्या, सुरेन्द्र पाण्डेय एवं संगीत नाटक अकादमी से रेनू श्रीवास्तव ने मां बागेश्वरी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर व पुष्पार्चन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।

कार्यक्रम के आरम्भ में सुश्री प्रियाक्षी पाण्डेय ने ठुमरी गायन प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। तत्पश्चात श्री रवि प्रकाश व उदय प्रकाश की पखावज पर जुगलबंदी की सभी ने सराहना की। रिया मेहरोत्रा ने कथक में अपनी प्रस्तुति से सभी का मन मोहित कर लिया। सभागार तालियों की गढ गढ़ाहट से गूंज उठा। कार्यक्रम समापन के उपरान्त सुश्री रेनू श्रीवास्तव एवं विद्यालय की प्रधानाचार्या दीपिका राजपूत ने सभी का आभार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का संचालन आकांक्षा सक्सेना ने किया। इस अवसर पर ए.डी.ओ पंचायत बढ़पुर सत्यनारायण सिंह, सर्वेश शाक्य, मोनी चौहान, सरिता त्रिवेदी, गुलशन जहाँ, निर्मला, अनिकेत, देवेन्द्र मिश्र एडवोकेट, अनुराग पाण्डेय, रविन्द्र भदौरिया सहित छात्रायें उपस्थित रहीं।

उ०प्र० प्रदेश संगीत नाटक अकादमी लखनऊ, (संस्कृति विभाग, उ0प्र0) एवं स्वरांजलि संगीत शिक्षण संस्थान, कानपुर के सहयोग दिनांक 26 मार्च, 2025 को नवांकुर संगीत समारोह का आयोजन स्वरांजलि संगीत शिक्षण संस्थान, कानपुर में किया गया। नवांकुर संगीत समारोह एक ऐसा मंच है जहां नए और उभरते कलाकारों को अपनी कला और प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करता है। यह कार्यक्रम विभिन्न कला रूपों जैसे शास्त्रीय गायन, वादन एवं कथक नृत्य के बाल, किशोर एवं युवा बाल वर्ग के बच्चों को अपनी प्रतिभा को पहचानने और समाज में अपनी पहचान बनाने अवसर प्रदान करता है। कार्यक्रम में बोलते हुए प्रो जयंत खोत ने कहा कि भारतीय संगीत से आत्मिक शांति की अनुभूति होती है। साथ ही अकादमी की उपाध्यक्ष सुश्री विभा सिंह ने संगीत प्रतियोगिता के विषय में बताया कि वे भी इस संगीत प्रतियोगिता की विजेता रही है। सभी का आभार व्यक्त करते हुए अकादमी के निदेशक डॉ शोभित कुमार नाहर ने कार्यक्रम की सराहना की और इस प्रकार के आयोजन नई प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का अवसर मिलता हैं। इस अवसर पर स्वरांजलि शिक्षण संस्थान के संरक्षक डॉ0 अंगद सिंह, प्रबन्ध निदेशक डॉ0 पूजा अवस्थी, अकादमी अध्यक्ष डॉ0 जयन्त खोत, उपाध्यक्ष सुश्री विभा सिंह, निदेशक डॉ0 शोभित कुमार नाहर ने माँ बागेश्वरी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित व पुष्पार्चन करके किया। तत्पश्चात् नवांकुर कार्यक्रम का आरम्भ किया गया।

कार्यक्रम में श्री कुलय भारद्वाज ने गायन, श्री अथर्व प्रताप सिंह, लखनऊ द्वारा बाँसुरी वादन, सुश्री अर्चिता मौर्या, अयोध्या, गायन, श्री शिशिर अवस्थी, कानपुर, तबला वादन किया। अन्य प्रस्तुति में श्री संकल्प मिश्रा, लखनऊ, सितार तथा सुश्री प्रियम यादव, लखनऊ द्वारा की गई कथक नृत्य प्रस्तुति ने उपस्थित जन समूह का मोहित कर लिया। सभागार तालियों की गढ गढ़ाहट से गूंज उठा।

उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी, लखनऊ (संस्कृति विभाग, उ0प्र0) द्वारा नटराज संगीत महाविद्यालय, बॉंदा के सहयोग से आयोजित नवांकुर संगीत समारोह का आयोजन दिनांक 29 मार्च, 2025 को नटराज संस्थान परिसर बांदा के रंगशाला में आयोजित किया गया। इस अवसर पर संस्कृति परिषद के सचिव लवलेश सिंह, विनोद जैन पूर्व अध्यक्ष, नगर पालिका परिषद, रेनू श्रीवास्तव समन्वयक, अंकित कुमार लखनऊ, अनुराधा सिंह प्राचार्य नटराज संगीत महाविद्यालय बांदा, डॉक्टर शिव प्रकाश सिंह, डॉ0 बृजेश गुप्ता, नीरजा सोनी, नीता ओमर,प्रियंका रावत,किरण सेठी, धनंजय सिंह निदेशक नटराज संस्थान ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का आरम्भ किया। सभी के अभिवादन पश्चात सुदूर क्षेत्रों से पधारे कलाकारों ने अपनी मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुतियां दी।

इन प्रस्तुतियों में विंध्याचल से पधारी वागीशा पाण्डेय, हरिप्रिया पाण्डेय ने ख्याल गायन, ठुमरी गायन की सुन्दर प्रस्तुति दी, इसी क्रम में झांसी से पधारे अंशुल टुकवार ने सारंगी वादन किया तथा बांसुरी वादन उत्कर्ष सोनी प्रयागराज, ने एवं तबला वादन प्रेमचंद्र ने किया तथा कथक नृत्य की प्रस्तुति प्रयागराज से पधारी सुश्री परिधि घोष ने की । सभी ने अपनी प्रस्तुतियों से उपस्थित दर्शकों को भावविभोर किया।

उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी, लखनऊ (संस्कृति विभाग, उ0प्र0) एवं डॉ0 राजेन्द्र कृष्ण संगीत महाविद्यालय, मथुरा के संयुक्त तत्वावधान में नवांकुर संगीत समारोह का आयोजन दिनांक 08 अप्रैल, 2025 को अमरनाथ शिक्षण संस्थान के मातृ कृपा ऑडिटोरियम में किया गया है। इस अवसर पर अकादमी उपाध्यक्ष श्रीमती विभा सिंह, श्री हरिओम, महापौर आगरा, अरूण कुमार बाजपेई, जवाहर लाल, प्रो0 राकेश कुमार, कुँवर रूद्र प्रताप सिंह, अनिल कुमार बाजपेई, डॉ0 राजेन्द्र कृष्ण अग्रवाल, डॉ0 सोनिका शर्मा, तथा अन्य अतिथिगण उपस्थित रहे। इस आयोजन में उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों यथा- वाराणसी, लखनऊ, गाज़ियाबाद, मुरादाबाद और आगरा से चयनित नवोदित कलाकारों ने शास्त्रीय गायन, वादन और नृत्य की विविध विधाओं की प्रस्तुतियाँ दी।

उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी, लखनऊ द्वारा मिर्जापुर नगर के घंटाघर स्थित श्री माता प्रसाद माता भीख इंटर कॉलेज, के सभागार में बुधवार दिनांक 23.04.2025 को शास्त्रीय संगीत की प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता के विजयी प्रतिभागियों द्वारा अपनी कला का प्रदर्शन किया गया। जिसे नवांकुर संगीत समारोह के नाम से प्रदेश के मण्डल मुख्यालयों में आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम का शुभारम्भ देवी सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित करने के साथ हुआ।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी की उपाध्यक्ष विभा सिंह ने कहा कि संगीत हमारी अमूल्य धरोहर है, जो हमें विरासत के रूप में अपने पूर्वजों से प्राप्त हुई है। देश में संस्कृति की मुख्य धरोहर शास्त्रीय संगीत ही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार भी शास्त्रीय संगीत को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।

विशिष्ट अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष राजू कनौजिया ने कहा कि संगीत और संस्कृति का संरक्षण आज की जरूरत है। विद्यालय स्तर से बच्चों को संस्कृति से जुड़े विषय पाठ्यक्रम में अनिवार्यता के साथ पढ़ाए जाने चाहिए। इस अवसर पर कानपुर के चेतन गुप्ता ने ध्रुपद गायन, वाराणसी के शिवांश सिंह ने गिटार, बाँदा से तबला पर सिद्धांती मणि, वाराणसी सितार पर कृष्णा मिश्रा, ठुमरी में प्रयागराज से कन्हैया पाण्डेय और मेरठ से कथक में वंशिका त्यागी शामिल हुई। इस दौरान प्रशस्ति पत्र देकर नवांकुरों को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में लखनऊ से अकादमी प्रतिनिधि रेनू श्रीवास्तव, विंध्याचल संभाग की संयोजिका पूजा केशरी, प्रधानाचार्य प्रेम चंद यादव, नित्यानंद प्रसाद, हरिहर सिंह, सुरेश केशरी, उप प्रधानाचार्य नारसिंह राम, प्रवक्ता रमेश द्विवेदी, सुनील कुमार ,सूरज आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन संजय सिंह ने किया।