कार्यशालाएं 2021-22

उ0प्र0 संगीत नाटक अकादमी द्वारा दिनांक 05 अगस्त, से 27 अगस्त, 2021 तक ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव’’ के अन्तर्गत कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन निःशुल्क वेशभूषा परिकल्पना (कॉस्ट्यूम डिज़ाइनिंग) कार्यशाला प्रारम्भ की गई, जिसका संचालन श्री ललित सिंह पोखरिया द्वारा किया गया। इस कार्यशाला में लगभग 65 बच्चों ने प्रतिभाग किया। यह कार्यशाला बीस दिवस तक चली। कार्यशाला के समापन अवसर पर दिनांक 28 जून, 2021 रंगशाला के मंच पर स्थानीय प्रतिभागियों का लाइव प्रदर्शन करने के साथ ही प्रतिभागियों द्वारा भेजे गए वीडियों का प्रदर्षन भी किया गया। कार्यशाला संचालक लेखक-रंगकर्मी श्री ललित सिंह पोखरिया का आभार व्यक्त करने के साथ कार्यशाला के सभी प्रतिभागियों को बधाई देते हुए अकादमी के सचिव श्री तरूण राज ने कहा कि एक सदी पहले अंग्रेजो के अत्याचार के विरूद्ध छेडे़ चौरी-चौरा काण्ड के क्रान्तिवीरों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कला के किसी भी माध्यम से जुड़ने के लिए अन्य कलाओं के अंगों से परिचित होना कलाकार को विधा विशेष में पारंगत बनाने में सहायक सिद्ध होती है। समापन के अवसर पर प्रतिभागियों ने स्वतंत्रता सेनानियों पर आधारित अपने द्वारा डिज़ाइन की कॉस्ट्यूम पहनकर संवाद अदायगी भी पेश की और बीस दिवसीय कार्यषाला अनुभव भी साझा किए।

महामारी कोविड- 19 के इस दौर ने उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी को ऐसा ही सुअवसर दिया और अकादमी ने इस अवसर का लाभ उठाते हुए ऑनलाइन कार्यक्रम वेबिनार और कार्यशालाओं का सफल आयोजन किया। इसी श्रृंखला में 01 सितम्बर से 23 सितम्बर 2021 तक ‘‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’’ के अर्न्तगत मास्क मेकिंग की कार्यशाला आज़मगढ़ के श्री सुग्रीव विश्वकर्मा के निर्देशन में आयोजित की गई। श्री विश्वकर्मा भारतेन्दु नाट्य अकादमी के स्नातक हैं और मास्क मेकिंग में सिद्धहस्त भी। आज इस कार्यशाला के ऑनलाइन समापन सत्र पर अकादमी सचिव श्री तरूण राज ने कार्यशाला के निर्देशक श्री विश्वकर्मा और समस्त प्रतिभागियों को कार्यशाला की सफलता की बधाई देते हुए कहा इन कार्यशलाओं ने अकादमी का विस्तार किया है। उ0प्र0 संगीत नाटक अकादमी अब प्रदेश व्यापी न होकर देशव्यापी हो गई है क्योंकि इसमें देश के हर क्षेत्र से लोग जुड़े हैं और उन्होंने कार्यशाला को सफल बनाने में अपना पूर्ण योगदान दिया है।

इस कार्यशाला में रंगमंच के सक्रिय कलाकारों के साथ ही साथ ग्रहणियों, स्कूल टीचर, प्रोफेसर और अन्य क्षेत्र में कार्य करने वाले तथा हर उम्र के लोगों ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला में चेन्नई, उड़ीसा, उत्तराखण्ड, दिल्ली, गाज़ियाबाद, नोएडा, मध्य प्रदेश, बिहार, पंजाब, झांसी के अलावा अन्य शहर एवं राज्यों के प्रतिभागियों ने भी प्रशिक्षण प्राप्त किया और अकादमी के इस प्रकार ऑनलाइन कार्यशाला कराए जाने वाले प्रयास की सराहना भी की। कार्यशाला में श्री सुग्रीव के द्वारा क्ले से मास्क बनाने के साथ-साथ पेपर मास्क, कार्डबोर्ड मास्क शादी के वेस्ट कार्ड से मास्क बनाना सिखाया गया।