प्रकाशन 2021-22

उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी, लखनऊ (संस्कृति विभाग, उ0प्र0) द्वारा दिनांक 05 अक्टूबर, 2021 को पद्मश्री पं. बलवंत राय भट्ट ‘भावरंग’ जी पर केन्द्रित अकादमी की त्रैमासिक पत्रिका ‘‘छायानट’’ अंक-164 का अकादमी अध्यक्ष पद्मश्री पं. राजेश्वर आचार्य द्वारा विमोचन किया गया। इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत करते हुए अकादमी के सचिव, तरुण राज ने पं.भावरंग के योगदान पर प्रकाश डाला और बताया कि हाल में अकादमी ने कुम्भ, योग, सरसरंग, गिरिजादेवी, पं.रविशंकर पर विशेषांक प्रकाशित किये हैं। अकादमी अध्यक्ष पद्मश्री डा.राजेश्वर आचार्य ने अपने गुरु पं.भावरंग से संबंधित संस्मरण रखते हुए उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किये। उन्होंने बताया कि संगीत के प्रति प्रेम और देशभक्ति की भावना उनमें 95 वर्ष की अवस्था में अंतिम दिनों तक जाग्रत रहीं।

इस अवसर पर पं.राहुल भट्ट द्वारा पितृपक्ष पर अपने पिता (पद्मश्री पं. बलवंत राय भट्ट ‘भावरंग’) को श्रद्धांजलि देते हुए उनकी रचित रचना - ऊधो काहे आये ब्रज में और द्रुत तीन ताल में वारि-वारि पुनि वारि जांऊ से आलाप आदि के संग पूरे शास्त्रीय तौर तरीकों से की।

कार्यक्रम के दूसरे चरण में अकादमी कथक केन्द्र की छात्राओं ने श्रुति शर्मा के नृत्य निर्देशन में पं.भावरंग की रचना पर आधारित ‘कथक भावरंग’ शीर्षक से कथक संरचनाओं की प्रस्तुति की गई।